-->

Gyan Deep Info विभिन्न उपयोगी शासनादेश (Govt. Orders) उपलब्ध कराने का एक प्रयास है

12th Economics (Art & Commerce) Imp Questions Part-2 कक्षा 12 समष्टि अर्थशास्त्र बोर्ड परीक्षा 2025-26 के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न एवं मॉडल उत्तर यहाँ देखिये

कक्षा 12 समष्टि अर्थशास्त्र (Macroeconomics) – महत्वपूर्ण प्रश्न एवं मॉडल उत्तर | बोर्ड परीक्षा 2025-26

Class 12 Macroeconomics Important Questions 2025-26 कक्षा 12 समष्टि अर्थशास्त्र महत्वपूर्ण प्रश्न MP Board Economics Model Answer 2025-26 Class 12 Economics Important Questions PDF MP Board 2026 Economics Objective Questions 12th Macroeconomics Questions with Answers Hindi Medium Class 12 Economics, Samashti Arthshastra Important Questions, Macroeconomics Board Exam 2026, MP Board 12th Economics Important Questions, Model Answer Economics

Class 12 Macroeconomics – Important Questions and Model Answers

प्रिय विद्यार्थियों, कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा 2025-26 की उत्कृष्ट तैयारी के लिए समष्टि अर्थशास्त्र के महत्वपूर्ण प्रश्नों का संग्रह यहाँ प्रस्तुत किया जा रहा है। इस पोस्ट में परीक्षा उपयोगी सभी प्रकार के प्रश्न शामिल किए गए हैं—

  • वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQ) – सही विकल्प सहित
  • रिक्त स्थान भरिए
  • सही जोड़ी मिलाइए
  • सत्य / असत्य
  • एक शब्द / एक वाक्य में उत्तर
  • 2, 3 एवं 4 अंकों के महत्वपूर्ण वर्णनात्मक प्रश्न

यह सामग्री आगामी बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने हेतु विशेष रूप से उपयोगी है, क्योंकि इसे पाठ्यक्रम, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों एवं संभावित प्रश्नों के आधार पर व्यवस्थित किया गया है।

इस पोस्ट में क्या शामिल है?

यहाँ दिए जा रहे प्रश्न समष्टि अर्थशास्त्र के प्रमुख अध्यायों जैसे राष्ट्रीय आय, मुद्रा एवं बैंकिंग, बजट, सार्वजनिक वित्त, विदेशी व्यापार, राजकोषीय नीति, मौद्रिक नीति आदि पर आधारित हैं। प्रत्येक प्रश्न के साथ मॉडल उत्तर भी दिया गया है, जो आपके अभ्यास व पुनरावृत्ति को मजबूत करेगा।

उद्देश्य

इस पोस्ट का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को परीक्षा उन्मुख अध्ययन से जोड़ना है ताकि वे कम समय में अधिक प्रभावी तैयारी कर सकें तथा पूर्णांक प्राप्त करने का अवसर बढ़ा सकें।

💡 नोट: यह MP Board द्वारा जारी आधिकारिक प्रश्नपत्र नहीं है। पोस्ट में दिए गए प्रश्न और उत्तर केवल अभ्यास एवं अध्ययन मार्गदर्शन हेतु हैं, यह MP Board के आधिकारिक प्रश्न-उत्तर नहीं हैं. छात्र अपनी पाठ्यपुस्तक, नोट्स एवं शिक्षक मार्गदर्शन अवश्य लें.
समष्टि अर्थशास्त्र: 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

समष्टि अर्थशास्त्र: 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर


1. सही विकल्प चुनिए (10)

1. समष्टि अर्थशास्त्र के जनक (Father) किसे माना जाता है?
  • (क) एडम स्मिथ
  • (ख) अल्फ्रेड मार्शल
  • (ग) जे. एम. कीन्स
  • (घ) रॉबिन्स

उत्तर: (ग) जे. एम. कीन्स

2. राष्ट्रीय आय की गणना करते समय किसे शामिल नहीं किया जाता है?
  • (क) अंतिम वस्तुएँ
  • (ख) सेवाओं का मूल्य
  • (ग) मध्यवर्ती वस्तुएँ
  • (घ) शुद्ध निर्यात

उत्तर: (ग) मध्यवर्ती वस्तुएँ

3. वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (Real GDP) को मापने के लिए किस आधार का उपयोग किया जाता है?
  • (क) वर्तमान कीमतें
  • (ख) आधार वर्ष की कीमतें
  • (ग) औसत कीमतें
  • (घ) सांकेतिक कीमतें

उत्तर: (ख) आधार वर्ष की कीमतें

4. मुद्रा का प्राथमिक कार्य क्या है?
  • (क) मूल्य का संचय
  • (ख) विलम्बित भुगतान का मानक
  • (ग) मूल्य का हस्तांतरण
  • (घ) विनिमय का माध्यम

उत्तर: (घ) विनिमय का माध्यम

5. भारत में मुद्रा की पूर्ति (Money Supply) का नियंत्रण कौन करता है?
  • (क) वित्त मंत्रालय
  • (ख) भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
  • (ग) वाणिज्यिक बैंक
  • (घ) भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)

उत्तर: (घ) भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)

6. उपभोग प्रवृत्ति (MPC) का मान कितना हो सकता है?
  • (क) 1 से अधिक
  • (ख) शून्य से कम
  • (ग) 0 और 1 के बीच
  • (घ) 1 के बराबर

उत्तर: (ग) 0 और 1 के बीच

7. यदि सीमांत बचत प्रवृत्ति (MPS) = 0.25 हो, तो निवेश गुणक का मान क्या होगा?
  • (क) 1.33
  • (ख) 2
  • (ग) 4
  • (घ) 5

उत्तर: (ग) 4 (k = 1/MPS = 1/0.25 = 4)

8. राजस्व घाटा (Revenue Deficit) क्या दर्शाता है?
  • (क) सरकारी उधार
  • (ख) केवल राजस्व व्यय, राजस्व प्राप्तियों से अधिक
  • (ग) कुल व्यय, कुल प्राप्तियों से अधिक
  • (घ) पूँजीगत व्यय, पूँजीगत प्राप्तियों से अधिक

उत्तर: (ख) केवल राजस्व व्यय, राजस्व प्राप्तियों से अधिक

9. विदेशी विनिमय दर का निर्धारण किस बाजार में होता है?
  • (क) वस्तु बाजार
  • (ख) मुद्रा बाजार
  • (ग) विदेशी विनिमय बाजार
  • (घ) पूँजी बाजार

उत्तर: (ग) विदेशी विनिमय बाजार

10. भुगतान संतुलन (BoP) के चालू खाते (Current Account) में किसे शामिल किया जाता है?
  • (क) विदेशी निवेश
  • (ख) ऋणों की वसूली
  • (ग) वस्तुओं का निर्यात और आयात
  • (घ) सरकारी उधार

उत्तर: (ग) वस्तुओं का निर्यात और आयात

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (10)

1. सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में से घिसावट (Depreciation) को घटाने पर __________ प्राप्त होता है।

उत्तर: शुद्ध घरेलू उत्पाद (NDP)

2. राष्ट्रीय आय को __________ कीमतों पर शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद (NNP) के रूप में भी जाना जाता है।

उत्तर: साधन लागत

3. मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए RBI द्वारा बैंक दर को __________ दिया जाता है।

उत्तर: बढ़ा

4. वाणिज्यिक बैंकों के पास कुल जमाओं का न्यूनतम अनुपात जो RBI के पास रखना अनिवार्य है, उसे __________ कहते हैं।

उत्तर: नकद आरक्षित अनुपात (CRR)

5. एक दो-सेक्टर अर्थव्यवस्था में, समग्र माँग (AD) = उपभोग (C) + __________ होता है।

उत्तर: निवेश (I)

6. उपभोग वक्र की ढलान को __________ कहा जाता है।

उत्तर: सीमांत उपभोग प्रवृत्ति (MPC)

7. सरकारी व्यय और करों में परिवर्तन के माध्यम से अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाली नीति __________ नीति कहलाती है।

उत्तर: राजकोषीय (Fiscal)

8. सरकार के राजस्व प्राप्तियों में कर और __________ प्राप्तियाँ शामिल होती हैं।

उत्तर: गैर-कर (Non-Tax)

9. जब अर्थव्यवस्था में माँग, पूर्ति से कम होती है तो उसे __________ अंतराल कहते हैं।

उत्तर: अभावी (Deflationary)

10. अदायगी संतुलन (BoP) के __________ खाते में विदेशी निवेश को दर्ज किया जाता है।

उत्तर: पूँजी (Capital)

3. सत्य/असत्य बताइए (10)

1. समग्र माँग (Aggregate Demand) का अध्ययन समष्टि अर्थशास्त्र का विषय है।

उत्तर: सत्य

2. दोहरे लेखांकन की समस्या से बचने के लिए राष्ट्रीय आय में केवल अंतिम वस्तुओं के मूल्य को शामिल किया जाता है।

उत्तर: सत्य

3. नाममात्र सकल घरेलू उत्पाद (Nominal GDP) हमेशा वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (Real GDP) से बेहतर कल्याण का संकेतक होता है।

उत्तर: असत्य

4. रिवर्स रेपो दर (Reverse Repo Rate) वह दर है जिस पर वाणिज्यिक बैंक RBI से ऋण लेते हैं।

उत्तर: असत्य (यह वह दर है जिस पर RBI वाणिज्यिक बैंकों से ऋण लेता है)

5. बचत वक्र का ढलान धनात्मक होता है।

उत्तर: सत्य

6. निवेश गुणक (Investment Multiplier) का मान MPC के मान पर निर्भर नहीं करता है।

उत्तर: असत्य

7. सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के शेयर बेचना (विनिवेश) पूँजीगत प्राप्तियों का एक उदाहरण है।

उत्तर: सत्य

8. ऋणों की वसूली पूँजीगत व्यय का एक उदाहरण है।

उत्तर: असत्य (यह पूँजीगत प्राप्ति है)

9. खुली अर्थव्यवस्था में, माँग को प्रभावित करने वाला शुद्ध निर्यात (Net Export) एक नया कारक जुड़ जाता है।

उत्तर: सत्य

10. विदेशी विनिमय दर में वृद्धि का अर्थ है कि घरेलू मुद्रा का मूल्यह्रास हो गया है।

उत्तर: सत्य (जैसे $1 = ₹70 से $1 = ₹80 हो जाए)

4. सही जोड़ी बनाइए (10)

'अ' (Column A)'ब' (Column B)
1. समष्टि अर्थशास्त्र का अध्ययन(a) C = C + bY
2. शुद्ध अप्रत्यक्ष कर (NIT)(b) 1/MPS
3. केन्द्रीय बैंक(c) आयात और निर्यात (Import/Export)
4. रेपो दर(d) GDPMP - NDPMP
5. उपभोग फलन(e) समग्र माँग और पूर्ति का अध्ययन
6. निवेश गुणक(f) राजकोषीय घाटा - ब्याज भुगतान
7. घिसावट(मूल्यह्रास)(g) RBI
8. राजकोषीय घाटा(h) बाजार कीमत - साधन लागत
9. प्राथमिक घाटा(i) वह दर जिस पर RBI वाणिज्यिक बैंकों को उधार देता है
10. चालू खाता (BoP)(j) कुल व्यय - उधार रहित कुल प्राप्तियाँ
'अ' (Column A)सही मिलान'ब' (Column B)
1. समष्टि अर्थशास्त्र का अध्ययन(e) समग्र माँग और पूर्ति का अध्ययन
2. शुद्ध अप्रत्यक्ष कर (NIT)(h) बाजार कीमत - साधन लागत
3. केन्द्रीय बैंक(g) RBI
4. रेपो दर(i) वह दर जिस पर RBI वाणिज्यिक बैंकों को उधार देता है
5. उपभोग फलन(a) C = C + bY
6. निवेश गुणक(b) 1/MPS
7. घिसावट (मूल्यह्रास) (d) GDPMP - NDPMP
8. राजकोषीय घाटा(j) कुल व्यय - उधार रहित कुल प्राप्तियाँ
9. प्राथमिक घाटा(f) राजकोषीय घाटा - ब्याज भुगतान
10. चालू खाता (BoP)(c) आयात और निर्यात (Import/Export)

5. एक शब्द/वाक्य में उत्तर दीजिए (10)

1. घरेलू सीमा के अंदर एक वर्ष में उत्पादित अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का बाजार मूल्य क्या कहलाता है?

उत्तर: सकल घरेलू उत्पाद (GDP)

2. राष्ट्रीय आय की गणना में दोहरी गणना से बचने के लिए किस विधि का उपयोग किया जाता है?

उत्तर: मूल्यवर्धित विधि (या अंतिम उत्पाद विधि)

3. मुद्रा का वह कौन सा कार्य है जो इसे भविष्य के लिए मूल्य संचय करने की शक्ति देता है?

उत्तर: मूल्य का संचय

4. वाणिज्यिक बैंकों के पास उनकी कुल जमा का वह अनुपात जो उन्हें स्वयं अपने पास नकद के रूप में रखना होता है, क्या कहलाता है?

उत्तर: वैधानिक तरलता अनुपात (SLR)

5. समग्र माँग और समग्र पूर्ति के बीच संतुलन से पहले समग्र माँग में वृद्धि के कारण आय में होने वाली वृद्धि का अनुपात क्या कहलाता है?

उत्तर: निवेश गुणक

6. पूर्ण रोजगार के स्तर पर समग्र माँग का समग्र पूर्ति से अधिक होना क्या कहलाता है?

उत्तर: स्फीतिक अंतराल (Inflationary Gap)

7. वह कर जिसका भार दूसरे व्यक्ति पर टाला जा सकता है?

उत्तर: अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax)

8. पूँजीगत प्राप्तियों का एक उदाहरण दीजिए।

उत्तर: उधार (Borrowing) (या ऋणों की वसूली/विनिवेश)

9. भुगतान संतुलन के चालू खाते में केवल दृश्य मदों का लेखा-जोखा क्या कहलाता है?

उत्तर: व्यापार संतुलन (Balance of Trade)

10. विदेशी विनिमय दर प्रणाली का वह रूप जिसमें केंद्रीय बैंक विनिमय दर को निश्चित सीमा के भीतर रखने के लिए हस्तक्षेप करता है?

उत्तर: प्रबंधित तिरती प्रणाली (Managed Floating System)

इकाई 1: समष्टि अर्थशास्त्र एक परिचय

1. व्यष्टि अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र में कोई दो अंतर लिखिए। (2 अंक)

उत्तर:

आधारव्यष्टि अर्थशास्त्रसमष्टि अर्थशास्त्र
अध्ययनव्यक्तिगत आर्थिक इकाइयों (जैसे एक फर्म) का अध्ययन।समग्र अर्थव्यवस्था (जैसे राष्ट्रीय आय) का अध्ययन।
अन्य नाममूल्य सिद्धांत।आय और रोजगार सिद्धांत।
2. सकारात्मक अर्थशास्त्र और आदर्शक अर्थशास्त्र में क्या अंतर है? (2 अंक)

उत्तर:

  • सकारात्मक अर्थशास्त्र: यह इस बात का अध्ययन करता है कि क्या है (तथ्यों पर आधारित)।
  • आदर्शक अर्थशास्त्र: यह इस बात का अध्ययन करता है कि क्या होना चाहिए (राय/मूल्य निर्णय पर आधारित)।
3. अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ क्या हैं? कोई दो बताइए। (2 अंक)

उत्तर: अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ संसाधनों की दुर्लभता और उनके वैकल्पिक उपयोग के कारण उत्पन्न होती हैं।

  1. क्या उत्पादन किया जाए? (किन वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन किया जाए)।
  2. कैसे उत्पादन किया जाए? (उत्पादन के लिए कौन सी तकनीक (श्रम-गहन या पूंजी-गहन) अपनाई जाए)।

इकाई 2: राष्ट्रीय आय का लेखांकन

4. अंतिम वस्तुएँ और मध्यवर्ती वस्तुएँ में दो अंतर स्पष्ट कीजिए। (2 अंक)

उत्तर: (उत्तर के लिए प्रश्न संख्या 3 देखें)

आधारअंतिम वस्तुएँमध्यवर्ती वस्तुएँ
राष्ट्रीय आयशामिल होती हैं।शामिल नहीं होती हैं।
सीमा रेखाउत्पादन की सीमा रेखा पार कर चुकी हैं।उत्पादन की सीमा रेखा के अंदर हैं।
5. साधन लागत (FC) और बाज़ार कीमत (MP) में संबंध सूत्र सहित लिखिए। (2 अंक)

उत्तर: इन दोनों में मुख्य अंतर शुद्ध अप्रत्यक्ष कर (NIT) का होता है।

सूत्र: बाज़ार कीमत (MP) = साधन लागत (FC) + शुद्ध अप्रत्यक्ष कर (NIT)

जहाँ NIT = अप्रत्यक्ष कर - सब्सिडी

6. सकल घरेलू उत्पाद (GDP) और शुद्ध घरेलू उत्पाद (NDP) में अंतर स्पष्ट कीजिए। (2 अंक)

उत्तर: इन दोनों में मुख्य अंतर घिसावट (Depreciation) का है।

  • GDP: यह सकल मूल्य होता है, जिसमें घिसावट शामिल होती है।
  • NDP: यह शुद्ध मूल्य होता है।

सूत्र: NDP = GDP - घिसावट (Depreciation)

7. आय के वर्तुल प्रवाह (Circular Flow of Income) की अवधारणा को संक्षेप में समझाइए। (3 अंक)

उत्तर: आय का वर्तुल प्रवाह अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों (फर्म और परिवार) के बीच उत्पादन, आय सृजन और व्यय के प्रवाह को दर्शाता है। यह एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है:

  1. उत्पादन: फर्म वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन करती हैं।
  2. आय: उत्पादन के कारकों को पारिश्रमिक के रूप में आय वितरित की जाती है।
  3. व्यय: परिवार अपनी आय को वस्तुओं और सेवाओं पर व्यय करते हैं, जो फिर फर्मों को प्राप्त होता है।

यह चक्र लगातार चलता रहता है। [Image of Circular Flow of Income in a two-sector economy]

8. हस्तांतरण भुगतान (Transfer Payments) और कारक भुगतान (Factor Payments) में तीन अंतर बताइए। (3 अंक)

उत्तर:

आधारकारक भुगतान (Factor Payments)हस्तांतरण भुगतान (Transfer Payments)
सेवाएँउत्पादन के कारक सेवाओं के बदले किया जाता है।बिना किसी उत्पादक सेवा के बदले किया जाता है।
राष्ट्रीय आयराष्ट्रीय आय में शामिल किया जाता है।राष्ट्रीय आय में शामिल नहीं किया जाता है।
उदाहरणवेतन, मजदूरी, ब्याज, लाभ।पेंशन, छात्रवृत्ति, बेरोज़गारी भत्ता।
9. राष्ट्रीय आय की गणना की आय विधि (Income Method) के मुख्य घटकों को समझाइए। (4 अंक)

उत्तर: आय विधि में, उत्पादन के कारकों द्वारा अर्जित की गई आय (साधन आय) को जोड़कर $\text{NDP}_{\text{FC}}$ (साधन लागत पर शुद्ध घरेलू उत्पाद) की गणना की जाती है।

मुख्य घटक:

  1. कर्मचारियों का पारिश्रमिक: इसमें नकद वेतन, वस्तु के रूप में मजदूरी और सामाजिक सुरक्षा में मालिकों का योगदान शामिल है।
  2. परिचालन अधिशेष: इसमें संपत्ति और उद्यमशीलता से प्राप्त आय शामिल है (लगान, ब्याज, रॉयल्टी, लाभ)।
  3. स्व-नियोजितों की मिश्रित आय: इसमें स्वयं काम करने वाले लोगों की आय शामिल है जो ऊपर के घटकों से अलग नहीं की जा सकती।

सूत्र: NDP(FC) = कर्मचारियों का पारिश्रमिक + परिचालन अधिशेष + मिश्रित आय

इकाई 3: मुद्रा और बैंकिंग

10. मुद्रा के किन्हीं दो कार्यों का उल्लेख कीजिए। (2 अंक)

उत्तर:

  1. विनिमय का माध्यम (Medium of Exchange): यह लेन-देन को सरल बनाती है।
  2. मूल्य का मापक (Measure of Value): यह सभी वस्तुओं के मूल्य को एक सामान्य इकाई में मापती है।
11. साख सृजन (Credit Creation) से आप क्या समझते हैं? (2 अंक)

उत्तर: साख सृजन का अर्थ है वाणिज्यिक बैंकों द्वारा अपनी प्रारंभिक जमाओं के आधार पर ऋण प्रदान करके और इन ऋणों से नई जमाएँ प्राप्त करके मुद्रा की पूर्ति को बढ़ाना। यह प्रक्रिया नकद आरक्षित अनुपात (CRR) से विपरीत रूप से संबंधित है।

12. CRR और SLR में मुख्य अंतर क्या है? (2 अंक)

उत्तर:

  • CRR (नकद आरक्षित अनुपात): वाणिज्यिक बैंकों की जमाओं का वह हिस्सा जो RBI के पास नकद के रूप में रखा जाता है।
  • SLR (वैधानिक तरलता अनुपात): वाणिज्यिक बैंकों की जमाओं का वह हिस्सा जो बैंकों द्वारा स्वयं अपने पास नकद, सोना या प्रतिभूति के रूप में रखा जाता है।
13. केन्द्रीय बैंक (RBI) के किन्हीं तीन मुख्य कार्यों का वर्णन कीजिए। (3 अंक)

उत्तर: केन्द्रीय बैंक (RBI) के कार्य:

  1. नोट जारी करने का एकाधिकार: देश में मुद्रा जारी करने का एकमात्र अधिकार।
  2. सरकार का बैंक: सरकारों के लिए बैंकर और वित्तीय सलाहकार के रूप में कार्य करना।
  3. बैंकों का बैंक और अंतिम ऋणदाता: वाणिज्यिक बैंकों के नकद भंडार का संरक्षक और उन्हें संकट में ऋण प्रदान करना।
14. मुद्रास्फीति (Inflation) को नियंत्रित करने के लिए RBI के किन्हीं दो मात्रात्मक (Quantitative) उपायों का वर्णन कीजिए। (4 अंक)

उत्तर: मात्रात्मक उपाय साख की कुल मात्रा को नियंत्रित करते हैं। मुद्रास्फीति में RBI इन उपायों को बढ़ाता है:

  1. रेपो दर (Repo Rate) में वृद्धि: RBI वह दर बढ़ा देता है जिस पर वह वाणिज्यिक बैंकों को उधार देता है। इससे बैंकों के लिए उधार लेना महंगा हो जाता है और वे अपने ग्राहकों को अधिक ब्याज दर पर ऋण देते हैं, जिससे साख सृजन और समग्र माँग कम होती है।
  2. खुले बाज़ार की क्रियाएँ (OMO): RBI खुले बाजार में सरकारी प्रतिभूतियाँ बेचता है। इससे वाणिज्यिक बैंकों की तरलता (नकदी) कम हो जाती है, जिससे उनकी ऋण देने की क्षमता घट जाती है।

इकाई 4: आय और रोजगार के निर्धारण

15. उपभोग फलन (Consumption Function) का समीकरण लिखिए और इसके घटकों को समझाइए। (2 अंक)

उत्तर: उपभोग फलन का समीकरण:

सूत्र: C = C̄ + bY

  • (स्वायत्त उपभोग): आय शून्य होने पर भी किया जाने वाला उपभोग।
  • b (MPC): सीमांत उपभोग प्रवृत्ति।
16. सीमांत उपभोग प्रवृत्ति (MPC) और सीमांत बचत प्रवृत्ति (MPS) में क्या संबंध है? (2 अंक)

उत्तर: आय में परिवर्तन ($\Delta Y$) या तो उपभोग ($\Delta C$) या बचत ($\Delta S$) में जाता है, इसलिए MPC और MPS का योग हमेशा 1 के बराबर होता है।

सूत्र: MPC + MPS = 1

17. समग्र माँग (AD) और समग्र पूर्ति (AS) से आप क्या समझते हैं? (2 अंक)

उत्तर:

  • समग्र माँग (AD): एक वर्ष में सभी वस्तुओं और सेवाओं की कुल माँगी गई मात्रा। (AD = C + I)।
  • समग्र पूर्ति (AS): एक वर्ष में सभी वस्तुओं और सेवाओं की कुल उत्पादित मात्रा, जो हमेशा राष्ट्रीय आय (Y) के बराबर होती है। (AS = C + S)।
18. स्वायत्त निवेश (Autonomous Investment) और प्रेरित निवेश (Induced Investment) में अंतर बताइए। (2 अंक)

उत्तर:

  • स्वायत्त निवेश: वह निवेश जो आय या लाभ के स्तर पर निर्भर नहीं करता। यह आमतौर पर सरकारी निवेश होता है।
  • प्रेरित निवेश: वह निवेश जो आय या लाभ के स्तर पर निर्भर करता है। लाभ बढ़ने पर यह निवेश बढ़ता है।
19. निवेश गुणक (Investment Multiplier) क्या है? इसके दो मुख्य सूत्र लिखिए। (3 अंक)

उत्तर: निवेश गुणक (k) निवेश में परिवर्तन के परिणामस्वरूप आय में होने वाले अंतिम परिवर्तन का अनुपात है।

सूत्र:

  1. k = ΔY / ΔI
  2. k = 1 / (1 - MPC)

गुणक का मूल्य MPC के सीधे अनुपात में होता है।

20. पूर्ण रोजगार (Full Employment) और अनैच्छिक बेरोजगारी (Involuntary Unemployment) में अंतर स्पष्ट कीजिए। (3 अंक)

उत्तर:

  1. पूर्ण रोजगार: वह स्थिति जब वे सभी लोग जो प्रचलित मजदूरी दर पर काम करने के इच्छुक और सक्षम हैं, उन्हें काम मिल जाता है। (इसमें शून्य बेरोजगारी नहीं होती)।
  2. अनैच्छिक बेरोजगारी: वह स्थिति जब लोग प्रचलित मजदूरी दर पर काम करने के इच्छुक और सक्षम होते हैं, लेकिन उन्हें काम नहीं मिल पाता है। यह चक्रीय बेरोजगारी का एक रूप है।
21. समग्र माँग (AD) और समग्र पूर्ति (AS) की सहायता से आय और रोजगार के संतुलन निर्धारण को रेखाचित्र की सहायता से समझाइए। (4 अंक)

उत्तर: संतुलन निर्धारण उस बिंदु पर होता है जहाँ समग्र माँग (AD) समग्र पूर्ति (AS) के बराबर होती है।

संतुलन बिंदु:

  1. जब AD = AS होता है, तो अर्थव्यवस्था संतुलन में होती है (संतुलन आय $\text{Y}_{\text{E}}$)।
  2. यदि AD > AS, तो अर्थव्यवस्था में अधिमाँग होती है। उत्पादक उत्पादन बढ़ाकर पुनः संतुलन प्राप्त करते हैं।
  3. यदि AD < AS, तो अर्थव्यवस्था में अधिपूर्ति होती है। उत्पादक उत्पादन घटाकर पुनः संतुलन प्राप्त करते हैं।

[AD और AS वक्रों का रेखाचित्र बनाएं, जहाँ AD, 45 डिग्री रेखा (AS) को काटता है। यही संतुलन बिंदु है।]

22. अभावी अंतराल (Deflationary Gap) क्या है? इसे नियंत्रित करने के लिए दो मौद्रिक उपाय बताइए। (4 अंक)

उत्तर:

अभावी अंतराल: यह वह स्थिति है जब पूर्ण रोजगार के स्तर पर समग्र माँग ($\mathbf{AD}$) आवश्यक समग्र पूर्ति ($\mathbf{AS}$) से कम होती है। इसके कारण उत्पादन और रोजगार में कमी (मंदी) होती है। [Image of Deflationary Gap]

नियंत्रण के मौद्रिक उपाय: मौद्रिक नीति में RBI ब्याज दरों और आरक्षित अनुपात को नियंत्रित करता है। मंदी में RBI इन उपायों को घटाता है:

  1. रेपो दर (Repo Rate) में कमी: RBI रेपो दर को कम कर देता है। इससे वाणिज्यिक बैंकों के लिए उधार लेना सस्ता हो जाता है, जिससे उनकी साख सृजन क्षमता बढ़ती है और समग्र माँग में वृद्धि होती है।
  2. खुले बाज़ार की क्रियाएँ (OMO): RBI खुले बाजार में सरकारी प्रतिभूतियाँ खरीदता है। इससे वाणिज्यिक बैंकों के पास नकदी (तरलता) बढ़ जाती है, जिससे वे अधिक ऋण दे पाते हैं।

इकाई 5: सरकारी बजट एवं अर्थव्यवस्था

23. राजस्व व्यय और पूँजीगत व्यय में क्या अंतर है? (2 अंक)

उत्तर:

  • राजस्व व्यय: इनसे न तो कोई परिसंपत्ति बनती है और न देनदारी घटती है।
  • पूँजीगत व्यय: इनसे परिसंपत्ति बनती है या देनदारी घटती है।
24. राजस्व प्राप्तियाँ और पूँजीगत प्राप्तियाँ में अंतर स्पष्ट कीजिए। (2 अंक)

उत्तर:

  • राजस्व प्राप्तियाँ: इनसे न तो कोई देनदारी उत्पन्न होती है और न ही परिसंपत्ति कम होती है (जैसे: कर)।
  • पूँजीगत प्राप्तियाँ: इनसे या तो देनदारी उत्पन्न होती है (जैसे: उधार) या परिसंपत्ति कम होती है (जैसे: विनिवेश)।
25. सरकारी बजट के किन्हीं तीन मुख्य उद्देश्यों का वर्णन कीजिए। (3 अंक)

उत्तर: सरकारी बजट के मुख्य उद्देश्य:

  1. संसाधनों का पुनरावंटन (Reallocation): करों और सब्सिडी के माध्यम से संसाधनों को सार्वजनिक कल्याण की ओर निर्देशित करना।
  2. आय और धन का पुनर्वितरण (Redistribution): प्रगतिशील कर प्रणाली और कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से असमानता कम करना।
  3. आर्थिक स्थिरता (Economic Stability): मुद्रास्फीति और मंदी को नियंत्रित करना।
26. प्राथमिक घाटा (Primary Deficit) क्या है? इसका सूत्र और महत्व समझाइए। (3 अंक)

उत्तर:

प्राथमिक घाटा: यह राजकोषीय घाटे और ब्याज भुगतान के बीच का अंतर है। यह दर्शाता है कि सरकार को ब्याज भुगतान को छोड़कर अन्य खर्चों को पूरा करने के लिए कितनी उधार की आवश्यकता है।

सूत्र: प्राथमिक घाटा = राजकोषीय घाटा - ब्याज भुगतान

महत्व: यह सरकार की वर्तमान वर्ष की राजकोषीय अनुशासन (Fiscal Discipline) की स्थिति को दर्शाता है। यदि यह शून्य है, तो इसका अर्थ है कि सरकार को केवल पिछले ऋणों पर ब्याज चुकाने के लिए उधार लेना पड़ रहा है।

27. राजकोषीय घाटा (Fiscal Deficit) क्या है? इसके दो मुख्य निहितार्थ (Implications) समझाइए। (4 अंक)

उत्तर:

राजकोषीय घाटा: यह सरकार के कुल व्यय और उधार को छोड़कर कुल प्राप्तियों के बीच का अंतर है। यह सरकार की कुल उधार की आवश्यकता को दर्शाता है।

सूत्र: राजकोषीय घाटा = (कुल व्यय) - (उधार को छोड़कर कुल प्राप्तियाँ)

निहितार्थ (Implications):

  1. ऋण का जाल (Debt Trap): उच्च राजकोषीय घाटा सरकार की देनदारी बढ़ाता है, जिससे भविष्य में ब्याज भुगतान का बोझ बढ़ता है और देश 'ऋण के जाल' में फँस सकता है।
  2. मुद्रास्फीति (Inflation): यदि घाटे को पूरा करने के लिए घाटे की वित्त व्यवस्था (RBI से उधार) का उपयोग किया जाता है, तो यह अर्थव्यवस्था में मुद्रा की पूर्ति को बढ़ाता है और मुद्रास्फीति को जन्म देता है।

इकाई 6: खुली समष्टि अर्थशास्त्र अर्थव्यवस्था

28. भुगतान संतुलन (BoP) और व्यापार संतुलन (BoT) में कोई दो अंतर लिखिए। (2 अंक)

उत्तर: (उत्तर के लिए प्रश्न संख्या 12 देखें)

आधारभुगतान संतुलन (BoP)व्यापार संतुलन (BoT)
घटकदृश्य, अदृश्य और पूँजीगत लेन-देन सभी शामिल।केवल वस्तुओं (दृश्य मदों) का आयात और निर्यात शामिल।
व्यापकतायह एक व्यापक संकल्पना है।यह एक संकीर्ण संकल्पना है।
29. भुगतान संतुलन के पूँजी खाते (Capital Account) के किन्हीं तीन घटकों का वर्णन कीजिए। (3 अंक)

उत्तर: पूँजी खाता देश की परिसंपत्ति या देनदारी में परिवर्तन लाने वाले सभी लेन-देनों को दर्ज करता है।

  1. विदेशी निवेश: प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) और विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (FPI)।
  2. ऋण और उधार: विदेशों से प्राप्त सरकारी और निजी ऋण।
  3. विदेशी विनिमय भंडार में परिवर्तन: केंद्रीय बैंक द्वारा अपने विदेशी मुद्रा भंडार में किया गया परिवर्तन।
30. विदेशी विनिमय दर का निर्धारण कैसे होता है? माँग (Demand) और पूर्ति (Supply) की भूमिका समझाइए। (4 अंक)

उत्तर:

विदेशी विनिमय दर का निर्धारण माँग और पूर्ति की शक्तियों द्वारा बाजार में उस बिंदु पर होता है जहाँ विदेशी मुद्रा की माँग (Demand) और पूर्ति (Supply) बराबर होती है।

  1. विदेशी विनिमय की माँग: विदेशों से आयात, विदेशों में निवेश आदि के लिए होती है। (यह दर से विपरीत रूप से संबंधित है)।
  2. विदेशी विनिमय की पूर्ति: निर्यात, विदेशी पर्यटन का प्रवाह आदि से होती है। (यह दर से सीधे संबंधित है)।

संतुलन: जहाँ माँग वक्र और पूर्ति वक्र एक-दूसरे को काटते हैं, वहाँ संतुलन विनिमय दर निर्धारित होती है।

[विदेशी विनिमय बाजार में माँग और पूर्ति वक्रों का रेखाचित्र बनाएं, जहाँ दर निर्धारित होती है।]

⚠ महत्वपूर्ण Disclaimer

यह सामग्री केवल शैक्षणिक मार्गदर्शन एवं अध्ययन-अभ्यास के उद्देश्य से प्रकाशित की जा रही है। प्रश्न एवं मॉडल उत्तर MP Board के आधिकारिक प्रश्नपत्र का प्रतिस्थापन नहीं हैं। वास्तविक प्रश्नपत्र एवं मूल्यांकन नीति का निर्धारण मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) द्वारा किया जाता है। कृपया इस सामग्री का व्यावसायिक या गलत उपयोग न करें।

📝 परीक्षा हेतु सुझाव

  • प्रत्येक प्रश्न को समझकर उत्तर लिखने का अभ्यास करें।
  • MCQ, रिक्त स्थान एवं सत्य–असत्य पर विशेष ध्यान दें—अंक जल्दी प्राप्त होते हैं।
  • लिखित उत्तरों में परिभाषा + बिंदुवार विवरण + उदाहरण अवश्य दें।
  • आँकड़ों का प्रयोग प्रस्तुति को बेहतर बनाता है।

Tags: Class 12 Economics, Samashti Arthshastra Important Questions, Macroeconomics Board Exam 2026, MP Board 12th Economics Important Questions, Model Answer Economics

WhatsApp पर Share करने के लिए यहाँ क्लिक कीजिए
Share:

12th Economics Art & Commerce Imp Questions Part-1 - कक्षा 12वीं अर्थशास्त्र (व्यष्टि अर्थशास्त्र) – महत्वपूर्ण प्रश्न 2025-26 यहाँ देखिये

Class 12th Economics  (Art & Commerce) Important Questions 2025-26

कक्षा 12वीं अर्थशास्त्र (व्यष्टि अर्थशास्त्र) – महत्वपूर्ण प्रश्न 2025-26 | Important Questions with Model Answers

कक्षा 12वीं अर्थशास्त्र (व्यष्टि अर्थशास्त्र) – महत्वपूर्ण प्रश्न 2025-26

(Arts एवं Commerce के विद्यार्थियों के लिए संभावित प्रश्न – सभी पैटर्न आधारित)

MP Board कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा 2025-26 की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए व्यष्टि अर्थशास्त्र (Micro Economics) के महत्वपूर्ण प्रश्न यहाँ उपलब्ध कराए जा रहे हैं। यह प्रश्न परीक्षा पैटर्न पर आधारित हैं तथा इनमें –

सही विकल्प, रिक्त स्थान, सही जोड़ी, सत्य/असत्य, एक शब्द में उत्तर, 2 अंक, 3 अंक, 4 अंक के वर्णनात्मक प्रश्न शामिल हैं।

इस पोस्ट में क्या मिलेगा?

  • ✔ व्यष्टि अर्थशास्त्र के महत्वपूर्ण उद्देश्यमूलक प्रश्न
  • ✔ Very Short, Short और Long Answer प्रश्न
  • ✔ High Scoring प्रश्नों की सूची
  • ✔ मॉडल आंसर (Guidance Purpose Only)
  • ✔ बोर्ड परीक्षा के नए पैटर्न के अनुसार प्रश्नों की व्यवस्था

व्यष्टि अर्थशास्त्र – परिचय (Micro Economics)

व्यष्टि अर्थशास्त्र अर्थशास्त्र की वह शाखा है, जिसमें व्यक्तिगत उपभोक्ता, उत्पादक, बाज़ार संरचना, मांग, आपूर्ति, मूल्य निर्धारण आदि का अध्ययन किया जाता है।

कक्षा 12वीं की परीक्षा में यह विषय अत्यंत scoring माना जाता है, यदि छात्र मुख्य अवधारणाओं को समझकर अभ्यास करें।

कक्षा 12वीं व्यष्टि अर्थशास्त्र – महत्वपूर्ण प्रश्न 

1. सही विकल्प चुनिए (MCQ), 2. रिक्त स्थान भरिए, 3. सही जोड़ी मिलाइए 4. सत्य / असत्य बताइए, 5. एक शब्द / एक वाक्य में उत्तर,6. 2 अंक के प्रश्न , 7. 3 अंक के प्रश्न, 8. 4 अंक का प्रश्न 

मॉडल उत्तर (Model Answers – Guidance Purpose)

  • इस पोस्ट में दिए गए सभी मॉडल उत्तर केवल शैक्षणिक मार्गदर्शन, रीविजन, एवं अभ्यास के उद्देश्य से तैयार किए गए हैं।
  • ये आधिकारिक उत्तर नहीं हैं, लेकिन परीक्षा की तैयारी में अत्यंत सहायक हैं।

MP Board परीक्षा 2025-26 के लिए क्यों महत्वपूर्ण?

  • ✔ नए परीक्षा पैटर्न के अनुरूप
  • ✔ वस्तुनिष्ठ + वर्णनात्मक का संतुलित सेट
  • ✔ उच्च-प्रश्न संभाव्यता वाले Chapters
  • ✔ छात्रों के लिए त्वरित Revision Tool
  • ✔ Arts एवं Commerce दोनों के लिए उपयोगी
व्यष्टि अर्थशास्त्र: वस्तुनिष्ठ प्रश्न

🎯 व्यष्टि अर्थशास्त्र: 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर


1. सही विकल्प चुनिए (10)

1. व्यष्टि अर्थशास्त्र का मुख्य संबंध किससे है?
  • (क) राष्ट्रीय आय
  • (ख) व्यक्तिगत आर्थिक इकाइयों से
  • (ग) समग्र माँग
  • (घ) कीमत स्तर

उत्तर: (ख) व्यक्तिगत आर्थिक इकाइयों से

2. किसी भी अर्थव्यवस्था की मूलभूत समस्या उत्पन्न होने का मूल कारण क्या है?
  • (क) बेरोजगारी
  • (ख) संसाधनों की दुर्लभता
  • (ग) मुद्रास्फीति
  • (घ) सरकारी हस्तक्षेप

उत्तर: (ख) संसाधनों की दुर्लभता

3. अनधिमान वक्र (Indifference Curve) की आकृति कैसी होती है?
  • (क) मूल बिंदु की ओर अवतल
  • (ख) मूल बिंदु की ओर उन्नतोदर
  • (ग) सीधी रेखा
  • (घ) लंबवत

उत्तर: (ख) मूल बिंदु की ओर उन्नतोदर

4. सामान्य वस्तु (Normal Good) की स्थिति में, उपभोक्ता की आय और माँग के बीच कैसा संबंध होता है?
  • (क) कोई संबंध नहीं
  • (ख) विपरीत (ऋणात्मक)
  • (ग) सीधा (धनात्मक)
  • (घ) शून्य

उत्तर: (ग) सीधा (धनात्मक)

5. सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम के प्रतिपादक कौन थे?
  • (क) जे. एम. कीन्स
  • (ख) प्रोफेसर मार्शल
  • (ग) सैमुएलसन
  • (घ) एडम स्मिथ

उत्तर: (ख) प्रोफेसर मार्शल

6. कुल स्थिर लागत (TFC) और कुल परिवर्ती लागत (TVC) का योग क्या कहलाता है?
  • (क) औसत लागत (AC)
  • (ख) सीमांत लागत (MC)
  • (ग) कुल लागत (TC)
  • (घ) औसत परिवर्ती लागत (AVC)

उत्तर: (ग) कुल लागत (TC)

7. दीर्घकाल (Long Run) में, एक फर्म के सभी आगत (Inputs) कैसे होते हैं?
  • (क) स्थिर
  • (ख) परिवर्ती
  • (ग) स्थिर और परिवर्ती
  • (घ) शून्य

उत्तर: (ख) परिवर्ती

8. पूर्ण प्रतिस्पर्धा (Perfect Competition) की स्थिति में, एक फर्म होती है:
  • (क) कीमत निर्धारक (Price Maker)
  • (ख) कीमत स्वीकारक (Price Taker)
  • (ग) कीमत नियंत्रक
  • (घ) माँग नियंत्रक

उत्तर: (ख) कीमत स्वीकारक (Price Taker)

9. वह बिंदु जहाँ कुल आगम (TR) कुल लागत (TC) के बराबर होता है, कहलाता है:
  • (क) उत्पादन बंदी बिंदु
  • (ख) लाभ अधिकतमीकरण बिंदु
  • (ग) लाभ अलाभ बिंदु (Break-even point)
  • (घ) अधिपूर्ति बिंदु

उत्तर: (ग) लाभ अलाभ बिंदु (Break-even point)

10. सरकार द्वारा निर्धारित अधिकतम कीमत (जो संतुलन कीमत से कम होती है) क्या कहलाती है?
  • (क) कीमत तल (Price Floor)
  • (ख) कीमत सीमा (Price Ceiling)
  • (ग) समर्थन मूल्य
  • (घ) संतुलन कीमत

उत्तर: (ख) कीमत सीमा (Price Ceiling)

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (10)

1. व्यष्टि अर्थशास्त्र को __________ के नाम से भी जाना जाता है।

उत्तर: मूल्य सिद्धांत

2. उपभोक्ता के संतुलन का बिंदु वह है जहाँ बजट रेखा __________ को स्पर्श करती है।

उत्तर: अनधिमान वक्र

3. माँग का नियम कीमत और माँग की मात्रा के बीच __________ संबंध बताता है।

उत्तर: विपरीत (या ऋणात्मक)

4. पूरक वस्तुओं की कीमत और वस्तु की माँग के बीच __________ संबंध होता है।

उत्तर: नकारात्मक (या विपरीत)

5. उत्पादन के अल्पकाल में कुछ कारक स्थिर और कुछ __________ होते हैं।

उत्तर: परिवर्ती

6. जब सीमांत उत्पाद (MP) शून्य होता है, तब कुल उत्पाद (TP) __________ होता है।

उत्तर: अधिकतम

7. दीर्घकाल में सभी लागतें __________ होती हैं।

उत्तर: परिवर्ती

8. पूर्ण प्रतिस्पर्धा बाजार में औसत आगम (AR) और सीमांत आगम (MR) हमेशा __________ होते हैं।

उत्तर: बराबर

9. __________ की स्थिति में, बाजार कीमत संतुलन कीमत से कम होती है।

उत्तर: अधिमाँग

10. किसी वस्तु की माँग की कीमत लोच को निर्धारित करने वाला एक मुख्य कारक __________ की उपलब्धता है।

उत्तर: स्थानापन्न

3. सत्य/असत्य बताइए (10)

1. व्यष्टि अर्थशास्त्र तथा समष्टि अर्थशास्त्र एक-दूसरे के पूरक हैं।

उत्तर: सत्य

2. साधन की दुर्लभता आर्थिक समस्याओं का मूल कारण नहीं है।

उत्तर: असत्य

3. माँग वक्र की दिशा में गति केवल वस्तु की अपनी कीमत में परिवर्तन के कारण होती है।

उत्तर: सत्य

4. अनिवार्य वस्तुओं की माँग की लोचदार होती है।

उत्तर: असत्य (अनिवार्य वस्तुओं की माँग बेलोचदार होती है)

5. सीमांत उपयोगिता ऋणात्मक (Negative) नहीं हो सकती है।

उत्तर: असत्य (जब कुल उपयोगिता घटती है, तो सीमांत उपयोगिता ऋणात्मक हो जाती है)

6. उत्पादन फलन आगत (Input) और निर्गत (Output) के बीच भौतिक संबंध को दर्शाता है।

उत्तर: सत्य

7. औसत स्थिर लागत (AFC) वक्र 'U' आकार का होता है।

उत्तर: असत्य (यह आयताकार अतिपरवलय होता है)

8. पूर्ण प्रतिस्पर्धा बाजार में एक व्यक्तिगत फर्म का माँग वक्र पूर्णतया लोचदार होता है।

उत्तर: सत्य

9. उत्पादन बंदी बिंदु (Shutdown Point) पर कीमत औसत स्थिर लागत (AFC) के न्यूनतम बिंदु के बराबर होती है।

उत्तर: असत्य (यह औसत परिवर्ती लागत (AVC) के न्यूनतम बिंदु के बराबर होती है)

10. कीमत तल (Price Floor) को प्रायः न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) भी कहा जाता है।

उत्तर: सत्य

4. सही जोड़ी बनाइए (10)

'अ' (Column A)'ब' (Column B)
1. व्यष्टि अर्थशास्त्र(a) TFC + TVC
2. उपयोगिता(b) अल्पकालीन उत्पादन फलन
3. निम्नस्तरीय वस्तुएँ(c) अधिमाँग का कारण
4. स्थानापन्न वस्तुएँ(d) आय बढ़ने पर माँग घटती है
5. माँग की लोच(e) व्यक्तिगत आर्थिक इकाई का अध्ययन
6. कुल लागत(f) कुल आगम में परिवर्तन
7. ह्रासमान सीमांत उत्पाद नियम(g) आवश्यकता की संतुष्टि की शक्ति
8. पूर्ण प्रतिस्पर्धा(h) कीमत के प्रति संवेदनशीलता
9. कीमत सीमा (Price Ceiling)(i) चाय और कॉफी
10. सीमांत आगम (MR)(j) मूल्य सिद्धांत
(k) कीमत स्वीकारक
'अ' (Column A)सही मिलान'ब' (Column B)
1. व्यष्टि अर्थशास्त्र(j) मूल्य सिद्धांत
2. उपयोगिता(g) आवश्यकता की संतुष्टि की शक्ति
3. निम्नस्तरीय वस्तुएँ(d) आय बढ़ने पर माँग घटती है
4. स्थानापन्न वस्तुएँ(i) चाय और कॉफी
5. माँग की लोच(h) कीमत के प्रति संवेदनशीलता
6. कुल लागत(a) TFC + TVC
7. ह्रासमान सीमांत उत्पाद नियम(b) अल्पकालीन उत्पादन फलन
8. पूर्ण प्रतिस्पर्धा(k) कीमत स्वीकारक
9. कीमत सीमा (Price Ceiling)(c) अधिमाँग का कारण
10. सीमांत आगम (MR)(f) कुल आगम में परिवर्तन

5. एक शब्द/वाक्य में उत्तर दीजिए (10)

1. आर्थिक क्रियाकलापों के आयोजन की दो प्रणालियाँ कौन सी हैं?

उत्तर: केन्द्रीकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था और बाज़ार अर्थव्यवस्था।

2. माँग वक्र का ढलान कैसा होता है?

उत्तर: ऋणात्मक (या बाएँ से दाएँ नीचे की ओर)।

3. माँग की लोच की गणना करने का सूत्र लिखिए।

उत्तर: ep = माँग में प्रतिशत परिवर्तन / कीमत में प्रतिशत परिवर्तन

4. उत्पादन फलन क्या दर्शाता है?

उत्तर: आगत (Inputs) और निर्गत (Output) के बीच का तकनीकी संबंध।

5. दीर्घकाल में फर्म की सभी लागतें कैसी होती हैं?

उत्तर: परिवर्ती (Variable)।

6. कौन सा लागत वक्र आयताकार अतिपरवलय (Rectangular Hyperbola) होता है?

उत्तर: औसत स्थिर लागत (AFC) वक्र।

7. पूर्ण प्रतिस्पर्धा में औसत आगम (AR) और सीमांत आगम (MR) के बीच क्या संबंध होता है?

उत्तर: AR = MR।

8. लाभ अधिकतमीकरण (Profit Maximisation) की मुख्य शर्त क्या है?

उत्तर: सीमांत आगम, सीमांत लागत के बराबर हो (MR = MC)।

9. वह स्थिति जब पूर्ति, माँग से अधिक हो?

उत्तर: अधिपूर्ति (Excess Supply)**।

10. सरकार द्वारा निर्धारित उस अधिकतम कीमत को क्या कहते हैं जिस पर कोई वस्तु बेची जा सकती है?

उत्तर: कीमत सीमा (Price Ceiling)**।

इकाई 1: व्यष्टि अर्थशास्त्र एक परिचय (04 अंक)

Q.1 (2 अंक) सकारात्मक अर्थशास्त्र और आदर्शक अर्थशास्त्र में कोई दो अंतर स्पष्ट कीजिए। 2 अंक

उत्तर:

  1. सकारात्मक अर्थशास्त्र बताता है कि "क्या है" (तथ्यों पर आधारित)। आदर्शक अर्थशास्त्र बताता है कि "क्या होना चाहिए" (राय पर आधारित)।
  2. सकारात्मक अर्थशास्त्र का सत्यापन किया जा सकता है। आदर्शक अर्थशास्त्र का सत्यापन नहीं किया जा सकता।
Q.2 (2 अंक) व्यष्टि अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र में कोई दो अंतर लिखिए। 2 अंक

उत्तर:

आधारव्यष्टि अर्थशास्त्रसमष्टि अर्थशास्त्र
अध्ययनव्यक्तिगत आर्थिक इकाइयों (एक उपभोक्ता) का अध्ययन।समग्र अर्थव्यवस्था (राष्ट्रीय आय) का अध्ययन।
अन्य नाममूल्य सिद्धांत।आय और रोजगार सिद्धांत।
Q.3 (3 अंक) उत्पादन संभावना वक्र (PPC) की विशेषताएँ लिखिए। 3 अंक

उत्तर: उत्पादन संभावना वक्र (PPC) दो वस्तुओं के उन सभी संभावित संयोगों को दर्शाता है, जिनका उत्पादन उपलब्ध संसाधनों और तकनीक का पूर्ण उपयोग करके किया जा सकता है।

  1. ढलान नीचे की ओर: PPC का ढलान बाएँ से दाएँ नीचे की ओर होता है क्योंकि एक वस्तु का उत्पादन बढ़ाने के लिए दूसरी वस्तु का त्याग करना पड़ता है।
  2. मूल बिंदु की ओर नतोदर (Concave): PPC मूल बिंदु की ओर नतोदर होता है क्योंकि अवसर लागत (Opportunity Cost) बढ़ती जाती है (सीमांत उत्पादन संभावना अनुपात - MOC, बढ़ता है)।

[PPC वक्र (उत्पादन संभावना वक्र) का रेखाचित्र बनाएं।]

[Image of Production Possibility Curve]

इकाई 2: उपभोक्ता के व्यवहार का सिद्धांत (15 अंक)

Q.4 (2 अंक) कुल उपयोगिता (TU) और सीमांत उपयोगिता (MU) में संबंध लिखिए। 2 अंक

उत्तर:

  1. जब सीमांत उपयोगिता (MU) धनात्मक होती है, तो कुल उपयोगिता (TU) बढ़ती है।
  2. जब सीमांत उपयोगिता (MU) शून्य होती है, तो कुल उपयोगिता (TU) अधिकतम होती है।
  3. जब सीमांत उपयोगिता (MU) ऋणात्मक होती है, तो कुल उपयोगिता (TU) घटने लगती है।
Q.5 (2 अंक) स्थानापन्न वस्तुएँ (Substitutes) और पूरक वस्तुएँ (Complements) क्या हैं? 2 अंक

उत्तर:

  • स्थानापन्न वस्तुएँ: वे वस्तुएँ जिनका उपयोग एक दूसरे के स्थान पर किया जा सकता है। (जैसे: चाय और कॉफी)। एक की कीमत बढ़ने पर दूसरे की माँग बढ़ती है।
  • पूरक वस्तुएँ: वे वस्तुएँ जिनका उपयोग एक साथ किया जाता है। (जैसे: कार और पेट्रोल)। एक की कीमत बढ़ने पर दूसरे की माँग घटती है।
Q.6 (3 अंक) सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम (Law of Diminishing Marginal Utility) की व्याख्या कीजिए। 3 अंक

उत्तर: यह नियम बताता है कि जब कोई उपभोक्ता किसी वस्तु की उत्तरोत्तर अधिक इकाइयों का उपभोग करता है, तो उससे प्राप्त होने वाली सीमांत उपयोगिता (MU) धीरे-धीरे घटने लगती है।

उदाहरण: पहला समोसा खाने पर अधिक संतुष्टि मिलती है, जबकि चौथा समोसा खाने पर उससे प्राप्त होने वाली संतुष्टि (उपयोगिता) बहुत कम हो जाती है।

Q.7 (3 अंक) माँग वक्र में शिफ्ट (Shift) और माँग वक्र की दिशा में गति (Movement) के बीच तीन अंतर स्पष्ट कीजिए। 3 अंक

उत्तर: (उत्तर के लिए प्रश्न संख्या 5 देखें)

आधारमाँग वक्र की दिशा में गतिमाँग वक्र में शिफ्ट
कारणकेवल वस्तु की अपनी कीमत में परिवर्तन।कीमत के अतिरिक्त अन्य कारकों (आय, रुचि, आदि) में परिवर्तन।
नाममाँग का विस्तार या संकुचन।माँग में वृद्धि या कमी।
वक्रउपभोक्ता एक ही वक्र पर चलता है।नया माँग वक्र बनता है (दाईं या बाईं ओर शिफ्ट)।
Q.8 (4 अंक) अनधिमान वक्र (IC) की मुख्य विशेषताएँ लिखिए और घटती सीमांत प्रतिस्थापन दर (MRS) को समझाइए। 4 अंक

उत्तर: (उत्तर के लिए प्रश्न संख्या 3 देखें)

अनधिमान वक्र की विशेषताएँ:

  1. वक्र का ढलान नीचे की ओर होता है।
  2. वक्र मूल बिंदु की ओर उत्तल (Convex) होते हैं। (घटती MRS के कारण)
  3. उच्च IC उच्च संतुष्टि दर्शाते हैं।
  4. दो IC एक दूसरे को नहीं काटते।

घटती सीमांत प्रतिस्थापन दर (MRS): यह उस दर को दर्शाता है जिस पर उपभोक्ता एक वस्तु (Y) की अतिरिक्त इकाई प्राप्त करने के लिए दूसरी वस्तु (X) की मात्रा को छोड़ने को तैयार होता है। MRS घटती है क्योंकि उपभोक्ता के पास एक वस्तु की मात्रा बढ़ती जाती है।

सूत्र: MRS = - (∆Y / ∆X)

[अनधिमान वक्रों का रेखाचित्र बनाएं।]

[Image of Indifference Curve]
Q.9 (4 अंक) माँग की कीमत लोच को निर्धारित करने वाले कोई चार कारकों का वर्णन कीजिए। 4 अंक

उत्तर: (उत्तर के लिए प्रश्न संख्या 4 देखें)

  1. वस्तु की प्रकृति: अनिवार्य वस्तुओं (रोटी) की लोच कम और विलासिता वस्तुओं (AC) की लोच अधिक होती है।
  2. स्थानापन्न की उपलब्धता: करीबी स्थानापन्न (पेप्सी/कोक) की लोच अधिक होती है।
  3. आय का अनुपात: जिस वस्तु पर आय का बड़ा हिस्सा खर्च होता है, उसकी लोच अधिक होती है।
  4. समय अवधि: दीर्घकाल में लोच अधिक होती है।
Q.10 (4 अंक) अनधिमान वक्र विश्लेषण द्वारा उपभोक्ता संतुलन की शर्तों को समझाइए। 4 अंक

उत्तर: उपभोक्ता संतुलन (Equilibrium) वह स्थिति है जहाँ उपभोक्ता अपनी दी गई आय और कीमतों के साथ अधिकतम संतुष्टि प्राप्त करता है। इसकी दो शर्तें हैं:

  1. MRS = Px / Py: सीमांत प्रतिस्थापन दर (MRS) दोनों वस्तुओं की कीमत अनुपात (Price Ratio) के बराबर होनी चाहिए। यह वह बिंदु है जहाँ अनधिमान वक्र (IC) बजट रेखा (Budget Line) को स्पर्श करता है।
  2. MRS घटती हो: संतुलन बिंदु पर अनधिमान वक्र मूल बिंदु की ओर उत्तल होना चाहिए, यानी सीमांत प्रतिस्थापन दर घटती होनी चाहिए।

[उपभोक्ता संतुलन (IC द्वारा) का रेखाचित्र बनाएं, जहाँ IC, बजट रेखा को स्पर्श करता है।]

[Image of Consumer Equilibrium by Indifference Curve]
Q.11 (2 अंक) सामान्य वस्तुएँ और निम्नस्तरीय वस्तुएँ क्या हैं? 2 अंक

उत्तर: (उत्तर के लिए प्रश्न संख्या 6 देखें)

  • सामान्य वस्तुएँ: जिनकी माँग आय बढ़ने पर बढ़ती है।
  • निम्नस्तरीय वस्तुएँ: जिनकी माँग आय बढ़ने पर घटती है।
Q.12 (2 अंक) माँग के नियम के किन्हीं दो अपवादों (Exceptions) को लिखिए। 2 अंक

उत्तर: माँग का नियम बताता है कि कीमत और माँग में विपरीत संबंध होता है। अपवाद वे हैं जहाँ कीमत बढ़ने पर माँग बढ़ती है।

  1. गिफेन वस्तुएँ (Giffen Goods): ये अत्यधिक निम्नस्तरीय वस्तुएँ हैं, जिनकी कीमत बढ़ने पर माँग बढ़ती है।
  2. अज्ञानता: जब क्रेता वस्तु की गुणवत्ता को उसकी कीमत से जोड़कर देखता है।
  3. भविष्य में कीमत परिवर्तन की अपेक्षा: यदि भविष्य में कीमत और बढ़ने की उम्मीद है, तो वर्तमान में माँग बढ़ जाती है।

इकाई 3: उत्पादन तथा लागत (10 अंक)

Q.13 (2 अंक) स्थिर लागत (Fixed Cost) और परिवर्ती लागत (Variable Cost) में दो अंतर बताइए। 2 अंक

उत्तर:

आधारस्थिर लागत (FC)परिवर्ती लागत (VC)
उत्पादनउत्पादन शून्य होने पर भी यह लागत वहन करनी पड़ती है।उत्पादन शून्य होने पर यह लागत शून्य हो जाती है।
उदाहरणमशीनरी का किराया, स्थाई कर्मचारियों का वेतन।कच्चे माल की लागत, आकस्मिक श्रम का वेतन।
Q.14 (2 अंक) अवसर लागत (Opportunity Cost) क्या है? 2 अंक

उत्तर: अवसर लागत से तात्पर्य चुने गए विकल्प के कारण त्यागे गए दूसरे सर्वश्रेष्ठ विकल्प के मूल्य से है।

उदाहरण: यदि एक किसान गेहूँ या चावल में से गेहूँ को चुनता है, तो चावल की छोड़ी गई मात्रा ही गेहूँ के उत्पादन की अवसर लागत है।

Q.15 (2 अंक) कुल, औसत और सीमांत उत्पाद को परिभाषित कीजिए। 2 अंक

उत्तर:

  • कुल उत्पाद (TP): सभी आगतों का उपयोग करके उत्पादित कुल मात्रा।
  • औसत उत्पाद (AP): प्रति इकाई परिवर्ती आगत का उत्पाद (AP = TP/L)।
  • सीमांत उत्पाद (MP): परिवर्ती आगत की एक अतिरिक्त इकाई के प्रयोग से TP में परिवर्तन (MP = ∆TP / ∆L)।
Q.16 (3 अंक) अल्पकालीन लागतें और दीर्घकालीन लागतों में अंतर स्पष्ट कीजिए। 3 अंक

उत्तर:

  1. अल्पकालीन लागतें: ये वे लागतें हैं जिनमें कुछ आगत स्थिर और कुछ परिवर्ती होते हैं। (इसमें स्थिर लागतें शामिल होती हैं)।
  2. दीर्घकालीन लागतें: ये वे लागतें हैं जिनमें सभी आगत परिवर्ती होते हैं। (इसमें स्थिर लागत शून्य होती है)। दीर्घकाल में, फर्म उत्पादन का पैमाना बदल सकती है।
Q.17 (3 अंक) सीमांत लागत (MC) और औसत लागत (AC) के बीच संबंध लिखिए। 3 अंक

उत्तर:

  1. जब MC < AC होती है, तो AC घटती है। (MC वक्र AC के नीचे होता है)
  2. जब MC = AC होती है, तो AC न्यूनतम होती है। (MC वक्र AC को उसके न्यूनतम बिंदु पर काटता है)
  3. जब MC > AC होती है, तो AC बढ़ती है। (MC वक्र AC के ऊपर होता है)

[MC और AC वक्रों के संबंध का रेखाचित्र बनाएं।]

[Image of Relationship between MC and AC]
Q.18 (4 अंक) परिवर्ती अनुपात नियम (Law of Variable Proportions) का वर्णन कीजिए। 4 अंक

उत्तर: यह नियम बताता है कि अल्पकाल में, जब स्थिर आगत के साथ केवल एक परिवर्ती आगत (जैसे श्रम) की मात्रा को बढ़ाया जाता है, तो कुल उत्पादन तीन चरणों से गुजरता है:

  1. बढ़ते प्रतिफल का चरण: सीमांत उत्पाद (MP) बढ़ता है।
  2. घटते प्रतिफल का चरण: MP घटता है लेकिन धनात्मक रहता है (कुल उत्पाद अधिकतम होता है)। यह उत्पादक के लिए तर्कसंगत चरण है।
  3. ऋणात्मक प्रतिफल का चरण: MP ऋणात्मक हो जाता है (कुल उत्पाद घटने लगता है)।

[परिवर्ती अनुपात नियम (TP, AP, MP) वक्रों का रेखाचित्र बनाएं।]

इकाई 4: पूर्ण प्रतिस्पर्धा की स्थिति में फर्म का सिद्धांत (05 अंक)

Q.19 (2 अंक) पूर्ण प्रतिस्पर्धा में फर्म कीमत स्वीकारक (Price Taker) क्यों होती है? 2 अंक

उत्तर: पूर्ण प्रतिस्पर्धा में फर्म कीमत स्वीकारक होती है क्योंकि:

  1. बाजार में क्रेताओं और विक्रेताओं की बड़ी संख्या होती है।
  2. उत्पाद समरूप (Homogeneous) होता है।

कोई भी व्यक्तिगत फर्म बाजार की कुल पूर्ति का बहुत छोटा हिस्सा होती है, इसलिए वह कीमत को प्रभावित नहीं कर सकती और उसे बाजार द्वारा निर्धारित कीमत स्वीकार करनी पड़ती है।

Q.20 (2 अंक) 'उत्पादन बंदी बिंदु' (Shutdown Point) क्या है? 2 अंक

उत्तर: उत्पादन बंदी बिंदु अल्पकाल में वह बिंदु है जहाँ कीमत औसत परिवर्ती लागत (AVC) के न्यूनतम बिंदु से भी नीचे गिर जाती है। यदि कीमत इससे नीचे चली जाती है, तो फर्म उत्पादन बंद कर देती है, क्योंकि वह अपनी परिवर्ती लागतों को भी कवर नहीं कर पाती।

Q.21 (3 अंक) पूर्ण प्रतिस्पर्धा की तीन मुख्य विशेषताएँ लिखिए। 3 अंक

उत्तर:

  1. क्रेताओं और विक्रेताओं की बड़ी संख्या।
  2. समरूप उत्पाद (उत्पाद समान होते हैं)।
  3. फर्मों का स्वतंत्र प्रवेश और बहिर्गमन।
Q.22 (3 अंक) पूर्ति (Supply) और स्टॉक (Stock) में अंतर स्पष्ट कीजिए। 3 अंक

उत्तर:

  1. पूर्ति: यह वह मात्रा है जिसे विक्रेता एक निश्चित कीमत पर और एक निश्चित समय पर बेचने के लिए तैयार है।
  2. स्टॉक: यह वह मात्रा है जो विक्रेता के पास एक निश्चित समय पर उपलब्ध है।
  3. पूर्ति स्टॉक का वह हिस्सा है जो बाजार में लाने के लिए तैयार है। पूर्ति एक प्रवाह अवधारणा है जबकि स्टॉक एक स्थिर (Stock) अवधारणा है।

इकाई 5: बाजार संतुलन (06 अंक)

Q.23 (2 अंक) बाजार संतुलन से आप क्या समझते हैं? 2 अंक

उत्तर: बाजार संतुलन वह स्थिति है जहाँ बाजार में किसी वस्तु की माँग (Demand) और पूर्ति (Supply) एक दूसरे के बराबर होती हैं। इस बिंदु पर निर्धारित कीमत को संतुलन कीमत और मात्रा को संतुलन मात्रा कहा जाता है।

Q.24 (2 अंक) अधिमाँग (Excess Demand) और अधिपूर्ति (Excess Supply) क्या है? 2 अंक

उत्तर:

  • अधिमाँग: वह स्थिति जब माँग (Demand) पूर्ति (Supply) से अधिक होती है। (माँग > पूर्ति)। इसके परिणामस्वरूप कीमत में वृद्धि होती है।
  • अधिपूर्ति: वह स्थिति जब पूर्ति (Supply) माँग (Demand) से अधिक होती है। (पूर्ति > माँग)। इसके परिणामस्वरूप कीमत में कमी होती है।
Q.25 (2 अंक) पूर्ति वक्र में वृद्धि (Increase in Supply) और पूर्ति वक्र में संकुचन (Contraction in Supply) में क्या अंतर है? 2 अंक

उत्तर:

  • पूर्ति वक्र में वृद्धि: कीमत के अतिरिक्त अन्य कारकों (जैसे तकनीक में सुधार) के कारण पूर्ति का बढ़ना। वक्र दाईं ओर शिफ्ट होता है।
  • पूर्ति वक्र में संकुचन: वस्तु की अपनी कीमत घटने के कारण पूर्ति का घटना। वक्र पर ऊपर से नीचे की ओर गति होती है।
Q.26 (3 अंक) कीमत सीमा (Price Ceiling) और कीमत तल (Price Floor) में अंतर स्पष्ट कीजिए। 3 अंक

उत्तर:

आधारकीमत सीमा (Price Ceiling)कीमत तल (Price Floor)
अर्थअधिकतम कीमत (संतुलन से नीचे)।न्यूनतम कीमत (संतुलन से ऊपर)।
उद्देश्यउपभोक्ताओं की रक्षा (सस्ती दरें)।उत्पादकों/किसानों की रक्षा (लाभ सुनिश्चित करना)।
परिणाममाँग आधिक्य (कमी)।पूर्ति आधिक्य (अधिशेष)।
Q.27 (3 अंक) बाजार संतुलन कीमत पर पूर्ति में वृद्धि (Increase in Supply) का क्या प्रभाव पड़ेगा? 3 अंक

उत्तर: पूर्ति में वृद्धि (S वक्र का दाईं ओर शिफ्ट होना) का बाजार संतुलन पर निम्नलिखित प्रभाव पड़ेगा:

  1. संतुलन कीमत (Equilibrium Price) कम हो जाएगी।
  2. संतुलन मात्रा (Equilibrium Quantity) बढ़ जाएगी।

जब पूर्ति बढ़ती है, तो आरंभिक कीमत पर अधिपूर्ति (Excess Supply) उत्पन्न होती है, जिसके कारण विक्रेताओं को कीमत घटानी पड़ती है, जब तक कि एक नया, कम कीमत वाला संतुलन बिंदु प्राप्त न हो जाए।

[बाजार संतुलन पर पूर्ति वक्र के दाईं ओर शिफ्ट का रेखाचित्र बनाएं।]

[Image of Increase in Supply and its effect on equilibrium]
Q.28 (4 अंक) पूर्ण प्रतिस्पर्धा बाजार में कीमत का निर्धारण कैसे होता है? रेखाचित्र सहित समझाइए। 4 अंक

उत्तर: पूर्ण प्रतिस्पर्धा बाजार में कीमत का निर्धारण बाजार की माँग (Demand) और पूर्ति (Supply) शक्तियों द्वारा किया जाता है।

  1. माँग वक्र (DD): यह कीमत और माँग में विपरीत संबंध दर्शाता है (नीचे की ओर ढलान)।
  2. पूर्ति वक्र (SS): यह कीमत और पूर्ति में सीधा संबंध दर्शाता है (ऊपर की ओर ढलान)।

कीमत उस बिंदु पर निर्धारित होती है जहाँ माँग वक्र और पूर्ति वक्र एक दूसरे को काटते हैं, यानी जहाँ माँग = पूर्ति। इसे संतुलन बिंदु कहते हैं। व्यक्तिगत फर्म इसी कीमत को स्वीकार करके अपना उत्पादन निर्धारित करती है।

[बाजार संतुलन (माँग और पूर्ति) का रेखाचित्र बनाएं।]

[Image of Market Equilibrium]
Q.29 (3 अंक) पूर्ति की कीमत लोच (Elasticity of Supply) को प्रभावित करने वाले कोई तीन कारक बताइए। 3 अंक

उत्तर: पूर्ति की कीमत लोच पूर्ति की मात्रा में कीमत परिवर्तन के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाती है।

  1. उत्पादन की प्रकृति: यदि उत्पादन की प्रक्रिया जटिल है और आगत आसानी से उपलब्ध नहीं हैं, तो लोच कम होगी।
  2. समय अवधि: दीर्घकाल में पूर्ति अधिक लोचदार होती है, क्योंकि फर्मों के पास उत्पादन क्षमता बदलने का अधिक समय होता है।
  3. लागत संरचना: यदि उत्पादन बढ़ने पर लागत में तेजी से वृद्धि होती है, तो लोच कम होगी।
Q.30 (2 अंक) मांग की लोच मापने की प्रतिशत विधि का सूत्र लिखिए। 2 अंक

उत्तर: माँग की कीमत लोच मापने की प्रतिशत विधि (Percentage Method) का सूत्र:

सूत्र: Ed = (माँग की मात्रा में प्रतिशत परिवर्तन) / (कीमत में प्रतिशत परिवर्तन)

या

Ed = (∆Q / Q) / (P / ∆P)

  • Ed: माँग की लोच
  • P: प्रारंभिक कीमत
  • Q: प्रारंभिक मात्रा
  • ∆P: कीमत में परिवर्तन
  • ∆Q: मात्रा में परिवर्तन

⚠️ महत्वपूर्ण डिस्क्लेमर (Disclaimer)

  • इस पोस्ट में दिए गए प्रश्न और मॉडल उत्तर केवल अध्ययन एवं परीक्षा तैयारी हेतु हैं।
  • यह प्रश्नपत्र MP Board द्वारा जारी आधिकारिक प्रश्न नहीं हैं।
  • किसी भी प्रकार का दावा या परिणाम सुनिश्चित नहीं किया जाता।
  • विद्यार्थियों से अनुरोध है कि वे अपनी पाठ्यपुस्तक तथा बोर्ड द्वारा जारी आधिकारिक सामग्री को भी अवश्य पढ़ें।
  • यह सामग्री “शैक्षणिक जानकारी” के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है।

यदि आप कक्षा 12वीं व्यष्टि अर्थशास्त्र की प्रभावी तैयारी करना चाहते हैं, तो यहाँ दिए गए महत्वपूर्ण प्रश्न, मॉडल आंसर और परीक्षा पैटर्न आधारित अभ्यास निश्चित रूप से आपकी तैयारी को और बेहतर बनाएँगे।

🚀 MP Board मॉडल आंसर & क्विज़ (2025-26) All Links
🏛️ 12वीं राजनीति विज्ञान मॉडल आंसर 💹 12वीं अर्थशास्त्र मॉडल आंसर 📖 12वीं इतिहास मॉडल आंसर 🌎 10वीं सामाजिक विज्ञान मॉडल आंसर 🧬 12वीं जीवविज्ञान TF क्विज 🧬 One Word Bio 12वीं 🧬 Matching Bio 12वीं 🧬 Fill Blanks Bio 12वीं 🧬 MCQ Bio 12वीं ⚛️ 10वीं विज्ञान TF क्विज ⚛️ Fill Blanks Sci 10वीं ⚛️ One Word Sci 10वीं ⚛️ Matching Sci 10वीं ⚛️ MCQ Sci 10वीं 🗓️ Exam Time Table RSK MP 🌎 MCQ SS 10वीं 🌎 One Word SS 10वीं 🌎 TF SS 10वीं 🌎 Matching SS 10वीं 🌎 Fill Blanks SS 10वीं ➗ MCQ Maths 10वीं ➗ TF Maths 10वीं ➗ Matching Maths 10वीं ➗ Fill Blanks Maths 📝 MCQ Hindi 10वीं 📝 TF Hindi 10वीं 📝 Fill Blanks Hindi 📝 Matching Hindi 10वीं 📝 One Word Hindi 📚 Section D English 📚 Do as Directed Eng 📚 Fill Blanks Eng 📖 TF History 12वीं 📖 One Word History 📖 Matching History 📖 Fill Blanks History 📖 MCQ History 12वीं
सभी लिंक gyandeepinfo.in पर — वन-क्लिक प्रैक्टिस!
WhatsApp पर Share करने के लिए यहाँ क्लिक कीजिए
Share:

Gyan Deep Info की अपडेट E-Mail पर प्राप्त करने के लिए अपना Email दर्ज कर Subscribe पर क्लिक कीजिए

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

Welcome





Gyan Deep Info पर आपका स्वागत है. “Welcome To Gyan Deep Info” DPI Orders - GAD MP Orders - MP Finance Orders - Health Department Orders - MP Education Department Orders - Tribal Department Orders.


This Blog is protected by DMCA.com

Recent Posts

Popular Posts

यह ब्लॉग खोजें

Copyright Gyan Deep Info. Blogger द्वारा संचालित.

Contact Us

नाम

ईमेल *

संदेश *

Subscribe Here

About us

ब्लॉग आर्काइव